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जब लड़की धोखा दे तब क्या करे। जब कोई धोखा दे तब क्या करे।

धोका पर आधारित दिल से धोखा खाये व्यक्ति के लिए मरहम


धोका पर आधारित दिल से धोखा खाये व्यक्ति के लिए मरहम


  • धोखा पर आधारित दर्दनाक लाईने


1. वेशक हजारो कमिया थी मुझ में लेकिन ये भी सच है की तुझे कभी मतलब के लिए नहीं चाहा था मैंने।

2. मत खाओ कसम सारी जिंदगी साथ निभाने की हमने सांसो को भी जुदा होते देखा है।

3. जब नाराजगी अपनों से हो तो खामोशी ही भली अब हर बात पर जंग हो ये जरुरी तो नहीं।

4. दो लाइन मेरे दोस्त के लिए अगर मिल जाऊ किसी मोड़ पर तो नजर न चुरा ।

5. शिकायत करने से खामोश रहना बेहतर जब किसी को फर्क नहीं पड़ता तो शिकायत कैसी।

6. जीवन एक यात्रा है रो कर जीने से बहुत लम्बी लगेगी और हसकर जीने पर कब पूरी हो जाएगी पता भी नहीं चलेगा।

7. निगाहे नाज करती है फलक के आशियाने से खुदा भी रूठ जाता है किसी का दिल दुखने से।

8. रिस्ता कोई भी हो बेकार है जब तक इज्जत और यकीन ना हो।

9. सच बोलकर किसी का दिल तोड़ दो मगर झूठ बोलकर किसी का भरोसा मत तोड़ो। 

  • जब लड़की धोखा दे तब क्या करे। जब कोई धोखा दे तब क्या करे।


10. सब की अपनी अपनी जीने की शैली है किसी की चादर साफ किसी की मैली है।

11. आज तक सुलझा नहीं पाया है कोई जिंदगी तो बस एक अनसुलझी पहेली है।

12. धोका देने के लिए सुक्रिया तुम ना मिलते तो दुनिया समझ में ना आती।

13. गैरो ने नसीहत दी अपनों ने दिया धोका ये दुनिया है साहब यहाँ सब को चाहिए मौका।

14. रुकते नहीं थे दो पल कभी किसी के लिए ना जाने कैसे सीख गए इंतजार करना।

15. तारीफ करने वाले बेशक आपको पहचानते होंगे मगर फिक्र करने वालो को आपको ही पहचानना होगा।

16. रावण बनना भी कहा आसान था रावण में अहंकार था तो पश्चताप भी था रावण में वासना थी तो सयम भी था , रावण में सीता के अपहरण की ताकत थी तो बिना सहमति पर स्त्री को स्पर्श भी न करने का संकल्प भी था।

17. बड़े बुजुर्ग की उंगलियों में कोई ताकत तो ना थी मगर जब मेरा सर झुका तो सिर पर रखे कांपते हाथो में ज़माने भर की दौलत दे दी।

18. निकले है वो मेरी शख्सियत बिगाड़ने किरदार जिनके खुदके मरम्मत मांग रहे है। 

19. अहंकार मत कर किसी को कुछ भी देकर क्या पता तू दे रहा है या पिछले जन्म का कर्ज चूका रहा है।

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