Hanuman Jayanti 2021 Hanuman हनुमान जयंती क्यो मनाया जाता हैं?
श्री हनुमान की जन्म कथा और महत्व :-
हनुमान जयंती 2021 :- भारत में हिन्दू मान्यता के अनुसार चैत्र मास के पूर्णिमा के दिन बेहद शुभ और अच्छे तरीका से मनाया जाता है। इस महीना में माँ दुर्गा की नवरात्री और राम जन्म यानि रामनवमी पहले मनाया जाता है और गया है। इस महीने के 8 अप्रैल को हनुमान जयंती मनायी जायेगी और इसका अपना ही बड़ा महत्व है।
हनुमान जयंती के दिन क्या किया जाता है ?
हनुमान जयंती के अवसर पर हनुमान जी के मंदिरो में भक्तो की लंबी – लंबी कतार लगी हुयी रहती है। हनुमान के साधक और भक्त शुबह – शुबह स्नान और पवित्र होकर घरो और मंदिरों में पूजा और महोत्सव् मानते है। भक्तजन लाल रंग का चोला , सिंदूर और लाल रंग के बने अन्य वस्तुये पूर्ण भक्ति और श्रद्धा से हनुमान जी को अर्पण करते है। सभी भक्तजन इस दिन हनुमान चालीस का पाठ करते है। इससे उसकी सभी मनोकामनाये पूर्ण और सुख – शांति प्राप्त होती है। उसके बाद लड्डू का प्रसाद चढाते है और मंत्र तथा आरती गीत गाकर आरती करते है।
श्री हनुमान के जन्म की कथा क्या है ?
पौराणिक कथा और पुराणों के आधार पर समुद्र मंथन के पश्चात शिव जी ने भगवान विष्णु के मोहिनी रूप को देखने की इक्षा प्रकट की और यह रूप पूर्व में सभी देवतायें और असुर देख चुके थे। उनका वह अतिसुन्दर रूप देखकर शिव जी कामातुर हो गए। जिससे वीर्यपात हुआ। वायुदेव ने शिव जी की बीज को वानर राजा केसरी की पत्नी अंजना के गर्भ में प्रविष्ट कर दिया तत्पश्चात अंजना माँ के गर्भ से वानर रूप हनुमान का जन्म हुआ जिसे भगवन शिव का 11वा रूद्र अवतार माना जाता है। श्री हनुमान भगवान राम के सबसे बड़े और अनन्य भक्त है। उन्होंने श्री राम की सहायता लंका में माता सीता को मुक्त और रावण से युद्ध में पूर्ण सहयोग किये थे।
इन मंत्रों का करें जाप और मनोकामनाएं पूर्ण करें।
भय नाश करने के लिए हनुमान मंत्र है- ॐ हं हनुमते नम:।। वहीं, सर्व बाधाओं से मुक्ति हेतु! द्वादशाक्षर हनुमान मंत्र है- ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।। वहीं, मनोकामना पूर्ण करवाने के लिए मंत्र है- महाबलाय वीराय चिरंजिवीन उद्दते। हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये।। शत्रुओं और रोगों पर विजय पाने के लिए- ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।। संकट दूर करने का हनुमान मंत्र : ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
हनुमान हमेशा अपने भगवन राम का नाम (जय श्री राम) हर क्षण जपते रहते है जिससे उसे किसी भी तरह की समाया के सामना करने में सफलता मिलती है। आपसब भी इस दिन श्री राम और श्री हनुमान का पूजा करके अपनी मनोकामनाये पूर्ण कर सकते है।
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